
वाराणसी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा एक वर्ष पूरे होने पर एक ओर जहां देशभर में उल्लास का माहौल है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी रहे जिन्होंने इस अद्भुत और दिव्य कार्यक्रम को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
ताजा मामला, वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर क्षेत्र का है, जहां कुछ लोग रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूरे होने पर रैली निकाल रहे थे, वहीं उसी भीड़ में शामिल कुछ अराजकतत्वों ने स्थानीय लोगों, दुकानदारों व राहगीरों से मारपीट की। इस घटना का सीसीटीवी फूटेज काफी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसके बाद इस आयोजन और इसमें शामिल लोगों की मंशा पर बड़े प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, बुधवार को कुछ हिन्दू संगठन के लोगों के ओर से पांडेयपुर भक्ति नगर कॉलोनी से कचहरी चौराहे तक भव्य जन रैली का आयोजन किया गया था। रैली सकुशल शांतिपूर्वक निकल रही थी, लेकिन इसी बीच रैली के लालपुर पहुंचते ही उसी रैली में पहले से शामिल कुछ अराजकतत्वों ने स्थानीय दुकानदारों व राहगीरों से मारपीट करना शुरू कर दिया। हालांकि लोगों ने दौड़ाया तो अराजकतत्व वहां से भाग खड़े हुए।
इस पूरी वारदात के बाद लोगों का कहना है कि 500 वर्षों के हिन्दुओं के त्याग और तपस्या के बाद भव्य व अलौकिक तरीके से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। ऐसे में इस ऐतिहासिक घटना के एक वर्ष पूरे होने पर रैली के दौरान इस तरह की घटना कई सवाल खड़े करती है।
क्या बोले जिम्मेदार?
पांडेपुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष हृदय गुप्ता ने बताया कि जब मुझे इस घटना का कॉल आया, तो मैं मौके पर पहुंचा, तो पता चला कि रैली निकाली गई है और उसी में विवाद हुआ। बिना मतलब के लड़कों के साथ मारपीट की गई है। ये कौन लोग थे क्यों ऐसा किया कुछ पता नहीं चला है। व्यापार मंडल के ओर से पुलिस से इसकी शिकायत की जाएगी और मामला दर्ज करते हुए इसकी जांच की मांग करेंगे।
व्यापार मंडल के सदस्य विशाल गुप्ता ने बताया कि जब उन्होंने अपनी दुकान के सामने वाहन खड़ा करने से मना किया, तो रैली में शामिल कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। संदीप गुप्ता ने बताया कि रैली के दौरान विवाद बढ़ा और जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो रैली में शामिल लोग और उग्र हो गए। उन्होंने वहां मौजूद रिक्शा चालकों और ट्रॉली वालों के साथ भी मारपीट शुरू कर दी। इस झड़प में लगभग 5-6 लोग घायल हो गए।