
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने बुधवार को वाराणसी दौरे के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने नेशनल हेराल्ड केस को लेकर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदर्शन के अलावा कांग्रेस के पास अब कोई रास्ता नहीं बचा है।
ओपी राजभर ने कहा, “जब ये लोग सत्ता में होते हैं तो जनता को भूल जाते हैं और जब सत्ता से बाहर हो जाते हैं तो सड़कों पर प्रदर्शन करते हैं।” उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वे विदेशों में हवा लेने जाते हैं और लौटकर यहां चुनाव लड़ने की तैयारी करते हैं। उन्होंने इसे जनभावनाओं से disconnected राजनीति बताया।
ईडी को लेकर अखिलेश यादव को दिया जवाब
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ED) को समाप्त करने के बयान पर भी ओपी राजभर ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, “ईडी कोई किसी पार्टी की बनाई संस्था नहीं है, यह भारत के संविधान से संचालित होती है। इसे कांग्रेस ने नहीं, बल्कि संविधान ने स्थापित किया है और इसके अधिकारों में हस्तक्षेप उचित नहीं है।”
इतिहास और महापुरुषों पर भी रखी बात
ओपी राजभर ने हाल ही में उठे ‘राणा सांगा’ विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि भारत के महापुरुष किसी एक जाति, क्षेत्र या पार्टी के नहीं होते। वे पूरे देश और समाज के लिए होते हैं और उनका सम्मान सभी को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में इतिहास को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत करने की प्रवृत्ति ठीक नहीं है।
पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग
मुर्शिदाबाद में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर राजभर ने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में अब राष्ट्रपति शासन लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और न्यायालय ने भी इस विषय पर गंभीर टिप्पणियां की हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।