
- जवानी का सपना दिखाकर यौन क्षमता को कमजोर कर रही दवाएं
वाराणसी। सर्दी का मौसम आते ही शरीर की अन्य परेशानियों के साथ-साथ पुरुषों में ‘सेक्सवर्धक’ दवाओं की खपत में तेजी देखी जा रही है। यह दवाएं, जो अधिकतर बाजार में बिना किसी चिकित्सकीय परामर्श के बेची जाती हैं, अब युवाओं और मध्य आयु वर्ग के पुरुषों के बीच बहुत लोकप्रिय हो रही हैं। अधिकतर लोग इन दवाओं को अपनी यौन शक्ति को बढ़ाने के लिए लेते हैं, ताकि वे अपनी वैवाहिक या प्रेम जीवन में अधिक ‘एक्स्ट्रा पॉवर’ महसूस कर सकें।
युवाओं का एक बड़ा हिस्सा, जो अपनी जोश और जवानी का अनुभव करना चाहता है, इन दवाओं को इस्तेमाल करने के लिए सोशल मीडिया या अन्य इंटरनेट प्लेटफॉर्म्स पर जानकारी जुटा रहा है। चिकित्सकों से परामर्श लेने की बजाय, ये युवा अक्सर अनजानी दवाओं के विज्ञापन और फर्जी टिप्स को विश्वास कर लेते हैं। यह एक खतरनाक प्रवृत्ति बन गई है, क्योंकि अधिकतर ‘सेक्सवर्धक’ दवाएं बिना किसी चिकित्सीय निगरानी के बनाई जाती हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी के होलसेल दवा मार्केट सप्तसागर में प्रतिदिन 50 लाख रुपए के सेक्सवर्धक दवाओं की सेल है। यहां से दवाएं पूरे पूर्वांचल में सप्लाई जा रही हैं।
इन दवाओं के विज्ञापन अक्सर पुरुषों को ‘अतिरिक्त जोश’ का सपना दिखाते हैं। सोशल मीडिया और वेब साइट्स पर इन दवाओं के प्रभावों को लेकर उत्तेजक पोस्ट्स देखने को मिलते हैं, जिससे युवाओं में एक असुरक्षित और अपरिपक्व निर्णय लेने की प्रवृत्ति पनप रही है। इन विज्ञापनों में दावा किया जाता है कि दवाएं सिर्फ कुछ दिनों में पुरुषों को ‘अत्यधिक सेक्स पावर’ दे सकती हैं, जिससे व्यक्ति अपनी यौन क्षमता में इजाफा महसूस कर सकता है।
सिर्फ विज्ञापनों के माध्यम से ही नहीं, बल्कि कई लोग व्यक्तिगत अनुभव भी सोशल मीडिया पर साझा करते हैं, जिसके कारण दूसरों पर भी इसका असर पड़ता है। इन दवाओं का उपयोग करने के बाद कई लोग पाते हैं कि कुछ समय तक तो उनकी इच्छा शक्ति में इजाफा होता है, लेकिन फिर वे शारीरिक और मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करने लगते हैं, और कभी-कभी स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की दवाओं के सेवन से पुरुषों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इन दवाओं में केमिकल और हानिकारक तत्व हो सकते हैं, जिनके दुष्प्रभाव शारीरिक अंगों, खासकर दिल और यौन अंगों पर पड़ सकते हैं। चिकित्सकों का मानना है कि बिना विशेषज्ञ के परामर्श के इन दवाओं का सेवन खतरनाक हो सकता है।
वाराणसी के एक प्रसिद्ध सेक्सोलॉजिस्ट ने बताया, “युवाओं को समझने की आवश्यकता है कि किसी भी समस्या का इलाज केवल दवाओं से नहीं किया जा सकता। अगर किसी को यौन शक्ति में कमी का सामना करना पड़ रहा है तो उन्हें विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए और समस्या का सही निदान करवाना चाहिए।”
इसके अलावा, पुरुषों में यौन क्षमता बढ़ाने के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम और मानसिक शांति महत्वपूर्ण है। चिकित्सकों के अनुसार, मानसिक तनाव और अनियमित जीवनशैली भी इन समस्याओं का कारण बन सकती है, इसलिए इसे ठीक करने के लिए अधिक स्वाभाविक तरीके अपनाए जाने चाहिए।
इस स्थिति से निपटने के लिए, लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए कि सिर्फ विज्ञापनों और सोशल मीडिया पर आधारित जानकारी से कोई निर्णय न लें। अपने स्वास्थ्य के बारे में हमेशा विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहिए, ताकि न केवल शरीर को लाभ हो बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहे।