
वाराणसी। महापौर अशोक तिवारी ने बुधवार को नगर निगम की बैठक में शहर के विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। बैठक में महापौर ने अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से सभी परियोजनाएं पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजनाओं में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीवर लाइन सर्वे में देरी पर असंतोष
बैठक में जल निगम के 18 वार्डों में सीवर लाइन सर्वे की धीमी गति पर महापौर ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने परियोजना प्रबंधक कमल सिंह को चेतावनी देते हुए कहा कि 31 जनवरी तक सर्वे कार्य पूरा कर ड्राइंग और डिजाइन प्रस्तुत करें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, सुजाबाद और डोमरी क्षेत्रों में सीवर लाइन की खामियों पर अधिकारियों को फटकार लगाई गई और त्वरित सुधार के निर्देश दिए गए।
सड़कों और घाटों की व्यवस्था पर ध्यान
रविंद्रपुरी कॉलोनी में सीवर का कार्य पूरा होने के बाद तुरंत सड़क की मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया। गंगा घाटों पर सीवर ओवरफ्लो की समस्या रोकने के लिए भी ठोस उपाय अपनाने को कहा गया। नगर निगम को सड़कों से मिट्टी हटाने और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
भवनों पर बारकोड लगाने का लक्ष्य
महापौर ने सभी भवनों पर 31 जनवरी तक बारकोड लगाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि 1 फरवरी से सुबह 7 से 9 बजे तक वे स्वयं अधिकारियों के साथ बारकोड का निरीक्षण करेंगे। इस पहल को डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के लिए उपयोगकर्ता शुल्क वसूलने से जोड़ा गया है।
गृहकर और जलकर वसूली पर सख्ती
बैठक में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने गृहकर और जलकर वसूली की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। 135 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 48 करोड़ गृहकर वसूली होने पर उन्होंने शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसी तरह, जलकर और सीवरकर वसूली में पिछड़ने पर भी अधिकारियों को फटकार लगाई गई।
पार्कों और हरियाली के रखरखाव पर जोर
महापौर ने शहर के पार्कों को ए, बी, और सी श्रेणियों में विभाजित कर मानकों के अनुसार रखरखाव सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने हाल ही में लगाए गए पौधों की नियमित सिंचाई और उनकी वार्डवार सूची तैयार करने के आदेश भी दिए।
वन्यजीव और जलस्रोत संरक्षण की पहल
शहर में बंदरों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए एक योग्य टीम गठित कर बंदरों को पकड़ने का कार्य तेज करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा, तालाबों और पोखरों में मत्स्य पालन के लिए निविदा प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए।
दाखिल खारिज और प्रमाण पत्र मामलों में सुधार
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में हो रही देरी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए महापौर ने कहा कि संबंधित अधिकारियों के स्तर पर पत्राचार कर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाए। दाखिल खारिज मामलों का निस्तारण 45 दिनों के भीतर करने का निर्देश भी दिया गया।
बाजारों और नव-विस्तारित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
महापौर ने नगर निगम के बाजारों में दुकानों पर बारकोड लगाने का आदेश दिया। उन्होंने होटल और लॉज का 100% सर्वे पूरा करने के निर्देश दिए। नव-विस्तारित क्षेत्रों में चिन्हित भूमि पर तेजी से कब्जा करने और बैरिकेटिंग कार्य को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य
बैठक में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय, सविता यादव, संयुक्त नगर आयुक्त मनोज कुमार तिवारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। महापौर ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे जिम्मेदारी से काम करें और शहर की विकास योजनाओं को समय पर पूरा करें।